व्यतीपात योग का अर्थ
[ veytipaat yoga ]
व्यतीपात योग उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- ज्योतिषशास्त्र के सत्ताइस योगों में से सत्रहवाँ योग:"व्यतीपात में जन्मा व्यक्ति अपने अनुभवों से दुख को सुख में बदल लेने में सक्षम होता है"
पर्याय: व्यतीपात
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- व्यतीपात योग । दिनोदय । सूर्य ग्रहण और चन्द्र ग्रहण ।
- मौनी अमावस्या को यदि रविवार , व्यतीपात योग व श्रवण नक्षत्र का योग हो तो अर्धोदय योग होता है।
- मौनी अमावस्या को यदि रविवार , व्यतीपात योग व श्रवण नक्षत्र का योग हो तो अर्धोदय योग होता है।
- ज्योतिशास्त्र के कथनानुसार जो व्यक्ति व्यतीपात योग में जन्म लेता है वह व्यक्ति बचपन में काफी परेशानी महसूस करता है .
- इसके अतिरिक्त व्यतीपात योग , संक्रान्ति में तथा चन्द्र-सूर्य ग्रहण में दान देने से और कुरुक्षेत्र में स्नान करने से जो पुन्य मिलता है.
- इसके अतिरिक्त व्यतीपात योग , संक्रान्ति में तथा चन्द्र-सूर्य ग्रहण में दान देने से और कुरुक्षेत्र में स्नान करने से जो पुन्य मिलता है .
- वास्तु पुरुष का जन्म भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष की तृतीया तिथि , शनिवार , कृतिका नक्षत्र , व्यतीपात योग , विष्टि करण , भद्रा के मध्य में , कुलिक मुहूर्त में हुआ।
- वास्तु पुरुष का जन्म भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष की तृतीया तिथि , शनिवार , कृतिका नक्षत्र , व्यतीपात योग , विष्टि करण , भद्रा के मध्य में , कुलिक मुहूर्त में हुआ।
- यह है - ज्येष्ठ माह , शुक्ल पक्ष , दशमी , बुध , हस्त नक्षत्र , व्यतीपात योग , गर , आनन्द , वृष राशि में रवि और कन्या राशि में चन्द्र की स्थिति।
- यह है - ज्येष्ठ माह , शुक्ल पक्ष , दशमी , बुध , हस्त नक्षत्र , व्यतीपात योग , गर , आनन्द , वृष राशि में रवि और कन्या राशि में चन्द्र की स्थिति।